My feelings, my views, about Jamshedpur, India, this world and myself.
बहती नदियाँ
बहा ले जाती हैं
समय के निशान
किनारे रह जाते
बस मूकदर्शक से
रिसते घाव लिए
बहती नदी संग
बहता देखते समय
देखते अपने जख्म
लगाया जो समय ने
किनारों को काटते,
डुबाते, आते-जाते
बदनाम होती नदी,
चुप देखते किनारे
समय के निशान!
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