Saturday, July 10, 2021

निशान


बहती नदियाँ

बहा ले जाती हैं

समय के निशान


किनारे रह जाते

बस मूकदर्शक से

रिसते घाव लिए


बहती नदी संग

बहता देखते समय

देखते अपने जख्म 


लगाया जो समय ने

किनारों को काटते, 

डुबाते, आते-जाते


बदनाम होती नदी,

चुप देखते किनारे

समय के निशान!




.


No comments:

Post a Comment