Saturday, September 4, 2021

भूख या वफादारी?

 

गली का कुत्ता

भागकर दबोचता

कभी चिड़िया को

कभी चूहों को


भूखे कुत्ते को

गली का सेठ

रोटी देता है

कुत्ता दुम हिलाता है।


रोटी देख कर

कुत्ता, जो भूखा है

दुम हिलाता है

सेठ इसे वफादारी समझता है।


चोर आता है

कुत्ते को रोटी देता है

कुत्ता दुम हिलाता है

वफादारी? या भूख?


चोर जानता है

कुत्ता भी जानता है

भूख अलग है।

वफादारी अलग है।


सेठ सोचता है

अब भी, कि ये कुत्ता

मेरा वफादार है, पर

कुत्ता भूख का यार है।


उसे तो बस, भूख

मिटाने से प्यार है

सेठ समझता नही, शायद

उसे दुर्घटना का इंतजार है।


Wednesday, September 1, 2021

दीवारें

 सुना है, दीवारों के भी कान होते हैं

तो खुद से भी बातें, न किया करो

कहीं सुन न ले, तुम्हारी सब बातें


पर मेरी ये बात, नही मानना तुम

दीवारें शायद सुन लें तुम्हारी बातें

पर वो कभी कहेंगी नही किसी से


तुम्हारा दर्द महसूस करेंगी, रोएँगी

खुशी में तुम्हारी, साथ मुस्कराएँगी

छुपा लेंगी तुम्हारी तरह राज तुम्हारे