writing competition. The topic was my city anthem. Although my entry
could not make it to the top slot, here it is...
स्वच्छ, व्यवस्थित, हरा-भरा, सब शहरों से न्यारा
हाथ उठा आवाज़ लगा, जमशेदपुर सबसे प्यारा
दलमा की गर्वीली चोटियाँ, मेघों को भी रोकें
फूलों की खुशबु संग चलते, मादक पवन के झोंके
स्वर्ण-कणों की स्वर्णरेखा, जिसकी बहना खरकाई
कालीमाटी की धरती ने, भारत को राह दिखाई
भारत में उद्योग-क्रांति की, इसने जलाई ज्वाला
कितने लोग - कितनी पीढ़ियों, को है इसने पाला
फौलादी है जिगर हमारा, लेकिन फूलों जैसा दिल
हिन्दू-मुस्लिम-सिख-इसाई, हमसब रहते हैं हिल-मिल
रहे साथ - आगे बढें, ना छूटे हाथ हमारा
हाथ उठा आवाज़ लगा, जमशेदपुर सबसे न्यारा
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