आख़िर
रावण जल
गया और दुर्गापूजा समाप्त! नवरात्र के नौ दिन देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के साथ-साथ मौज-मस्ती के भी रहे। यूँ तो
कोलकाता अपने भव्य उत्सवों के लिए जाना जाता है, पर चूंकि जमशेदपुर बंगाल के काफ़ी करीब है, यहाँ भी दुर्गा-पूजा काफ़ी भव्यता और उत्साह से मनाया जाता
है (मैं भक्ति की बात नही कर रहा, क्यों कि किसी की भक्ति पर शक नही है मुझे, चाहे वो कहीं भी रहता
हो)। मेरे साथ एक नज़र यहाँ के पूजा-पंडालों पर-
No comments:
Post a Comment